*आज का पञ्चाङ्ग* ~
*दिनांक – 15 जुलाई 2025*
*दिन – मंगलवार*
*संवत्सर – सिद्धार्थ*
*विक्रम संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
*शक संवत – 1947*
*कलि युगाब्द – 5127*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
*मास – श्रावण (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार आषाढ)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – पंचमी रात्रि 10:38 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*नक्षत्र – शतभिषा सुबह 06:26 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्रपद*
*योग – सौभाग्य दोपहर 02:12 तक तत्पश्चात शोभन*
*राहुकाल – शाम 03:39 से शाम 05:21 तक*
*सूर्योदय – 05:17*
*सूर्यास्त – 06:43*
_स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
*अग्निवास*
20+03+01=24÷4=00 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
20+20+5=45÷7 =03 वृषारूढ़ा वासे।
*व्रत पर्व विवरण – मंगला गौरी पूजन, पंचक*
विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
चतुर्मास के दिनों में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए।(स्कन्द पुराण)
चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है।
*वर्षा न हो तो*
चित्रा नक्षत्र उसके स्वामी त्वष्टादेव | बरसात बरसानेवाले देव है ये | जिनके इलाखों में बरसात नहीं होती हो वहाँ जप खूब करो और
*ॐ त्वष्टाय नम: | ….. ॐ त्वष्टाय नम:|…. ॐ त्वष्टाय नम:* | मंत्र का जप करे संकल्प पूर्वक के हमारे इलाके में बरसात हो | और गुरुमंत्र भी जपे और *ॐ वरुणाय नम: | ॐ त्वष्टाय नम: | ये कर सकते है |
*कार्यों में आ रही बाधाएं दूर करने के लिए*
भगवान शिव की भक्ति का महीना श्रावण (सावन) (उत्तर भारत हिन्दू पञ्चाङ्ग के अनुसार) से शुरू हो चुका है। (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार अषाढ़ मास चल रहा है वहां 25 जुलाई, शुक्रवार से श्रावण (सावन) मास आरंभ होगा) धर्म ग्रंथों के अनुसार, ये महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है। इस महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त कई उपाय करते हैं।
हनुमानजी शिवजी के अवतार माने गए हैं। सावन माह शिवजी की पूजा का माह है और इस महीने में हनुमानजी के उपाय भी विशेष रूप से किए जा सकते हैं। शिवपुराण के अनुसार शिवजी और उनके अवतारों की पूजा करने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और भाग्य का साथ मिलने लगता है। यहां जानिए सावन माह के हर मंगलवार को हनुमानजी के कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं…
सावन में हर मंगलवार या शनिवार को करें हनुमानजी के ये 8 उपाय, चमक सकती है किस्मत
सुख-समृद्धि के लिए सोने से पहले घर के मंदिर में हनुमानजी का ध्यान करते हुए सरसों के तेल का मिट्टी का दीपक जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
एक नारियल पर सिंदूर, मौली (धागा), चावल चढ़ाएं और पूजा करें। पूजा के बाद ये नारियल हनुमानजी को अर्पित करें। इस उपाय से बाधाएँ दूर होती हैं।
पीपल के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाएं। दिया जलाने के बाद ॐ रामदूताय नम: मंत्र का जप करें। ये उपाय सभी परेशानियों से बचा सकता है ।
चमेली के तेल का दीपक हनुमानजी के सामने जलाकर, सिंदूर और लाल लंगोट अर्पित करें। इस उपाय से परीक्षाओं में सफलता मिलती है।
हनुमानजी के मंदिर में झंडे का दान करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है।
हनुमानजी का फोटो घर में पवित्र स्थान पर इस प्रकार से लगाएं कि हनुमानजी दक्षिण दिशा की ओर देखते हुए दिखाई दे रहे हों। इस उपाय से विरोधियों पर विजय प्राप्त होती है ।
पीपल के 11 पत्ते लेकर साफ जल से धो लें। इन पत्तों पर चंदन से या कुम कुम से श्रीराम का नाम लिखें। इसके ये पत्ते हनुमानजी को चढ़ा दें। इस उपाय से दुखों से मुक्ति मिलती है ।
हनुमानजी को लाल या पीले फूल जैसे कमल, गुलाब, गेंदा या सूर्यमुखी चढ़ाने से सभी सुख प्राप्त होते हैं।
*पंचक*
13 जुलाई 2025 दिन दिन रविवार साय 06:53 भेजे से 17 जुलाई 2025 दिन गुरुवार रात्रि 03:39 बजे तक।
09 अगस्त 2025 दिन शनिवार रात्रि 02:11 बजे से 14 अगस्त 2025 दिन सुबह 09:06 बजे तक।
*पंचमी*
29 जुलाई 2025 दिन मंगलवार नाग पंचमी।
*एकादशी*
21 जुलाई 2025 दिन सोमवार कामदा एकादशी व्रत सर्वे।
05 अगस्त 2025 दिन मंगलवार पुत्रदा एकादशी व्रत सर्वे ।
*प्रदोष व्रत*
22जुलाई 2025 दिन मंगलवार प्रदोष व्रत।
मासिक शिव रात्रि 23 जुलाई दिन बुधवार।
06 अगस्त 2025 दिन बुधवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
08 अगस्त2025 दिन शुक्रवार वृत पूर्णिमा।
09 अगस्त 2025 दिन शनिवार श्रावणी उपाकर्म (रक्षा बन्धन) स्नान दान पूर्णिमा।
*अमावस्या*
24 जुलाई 2025 दिन गुरुवार स्नान दान देवपितृ कार्य हरियाली अमावस्या।
*पंo वेदान्त अवस्थी
आज का पंचांग 15 जुलाई 2025
By Janhit TV
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