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आज का पंचांग 20 जून 2025

By Janhit TV

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*आज का पञ्चाङ्ग* ~
*दिनांक – 20 जून 2025*
*दिन – शुक्रवार*
*संवत्सर – सिद्धार्थ*
*विक्रत संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
*शक संवत – 1947*
*कलि युगाब्द – 5127*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
*मास – आषाढ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार ज्येष्ठ)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – नवमी सुबह 09:49 तक तत्पश्चात दशमी*
*नक्षत्र – रेवती रात्रि 09:45 तक तत्पश्चात अश्विनी*
*योग – शोभन रात्रि 11:47 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
*राहुकाल – सुबह 10:27 से दोपहर 12:10 तक*
*सूर्योदय – 05:13*
*सूर्यास्त – 06:47*
_स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – पश्चिम दिशा मे*
*अग्निवास
24+06+01=31÷4=03 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
24+24+5=23÷7 =04 संभायाम वासे।
*व्रत पर्व विवरण – पंचक (समाप्त : रात्रि 09:45)*
विशेष – नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*एकादशी व्रत के लाभ*
21 जून 2025 शनिवार को सुबह 07:18 से 22 जून, रविवार को प्रातः 04:27 तक एकादशी है।
21 जून 2025 शनिवार को योगिनी एकादशी (स्मार्त) एवं 22 जून, रविवार को योगिनी एकादशी (भागवत)
*विशेष – 22 जून, रविवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखे।*
जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं । इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है । पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ । भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।

*एकादशी के दिन करने योग्य*
एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें ……. अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l

*एकादशी के दिन ये सावधानी रहे*
महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है… ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा
*एकादशी*
21 जून 2025 दिन शनिवार योगिनी एकादशी व्रत स्मार्त गृहस्थ।
22 जून 2025 दिन रविवार योगिनी एकादशी व्रत वैष्णव।
06 जुलाई 2025 देव शयनी एकादशी व्रत सर्वे ।
04 जुलाई 2025 दिन शुक्रवार भड़ली नवमी।
*प्रदोष व्रत*
23 जून 2025 दिन सोमवार प्रदोष व्रत मासिक शिव रात्रि।
08 जुलाई 2025 मंगलवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
10 जुलाई 2025 दिन गुरुवार व्रत, स्नान दान पूर्णिमा।
*अमावस्या*
25 जून 2025 दिन बुधवार देव पितृ कार्य अमावस्या।
*पंo वेदान्त अवस्थी*

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