आज का पञ्चाङ्ग ~
*दिनांक – 16 जून 2025*
*दिन – सोमवार*
*संवत्सर – सिद्धार्थ*
*विक्रत संवत 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
*शक संवत -1947*
*कलि युगाब्द – 5127*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
*मास – आषाढ (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार ज्येष्ठ)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – पंचमी शाम 03:31 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*नक्षत्र – धनिष्ठा रात्रि 17 जून रात्रि 01:13 तक तत्पश्चात शतभिषा*
*योग – वैधृति सुबह 11:07 तक तत्पश्चात विष्कंभ*
*राहुकाल – सुबह 07:38 से सुबह 09:18 तक*
*सूर्योदय – 05:13*
*सूर्यास्त – 06:47*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – पूर्व दिशा मे*
*अग्निवास*
20+03+01=44÷4=00 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
20+20+5=45÷7 =03 वृषारूढ़ा वासे।
*व्रत पर्व विवरण – पंचक (आरंभ दोपहर 01:10)*
विशेष – पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*व्रत विवेक(कौन से वार को व्रत करने से क्या लाभ)*
सोमवार का व्रत…उग्र है तो , क्रोध आदि दुर्गुण मिटाने के लिए
मंगलवार का व्रत… शांति पाने, धन का अभाव मिटा ने
बुधवार का व्रत… ज्ञान विकसित करता है.. बुद्धि बढ़ाने के लिए
गुरुवार का व्रत… बुद्धि का व्रत है..बुध्दि का छिछरापन दूर करेगा…मन की चंचलता दूर करने
शुक्रवार का व्रत… ओज की रक्षा करेगा..वीर्यवान होने के लिए, स्वप्नदोष…प्रदर रोग की बीमारियाँ मिटाने के लिए
शनिवार का व्रत… सांसारिक आपदाओं से रक्षा करता है.. हनुमानजी के लिए
रविवार का व्रत… स्वास्थ्य के लिए करते…सूर्य का ध्यान करे.. आरोग्य प्रदायक बन जाता…. व्रत ना करे तो ध्यान से भी आरोग्य मिलाता…
*क्षयरोग (टी.बी.) में विशेष हितकारी आँवला*
क्षयरोग की प्रारम्भिक अवस्था में आँवला बड़ा ही गुणकारी पाया गया है | इसमें क्षयरोग-प्रतिरोधक क्षमता है | आँवला व आँवले से बने पदार्थों, विशेषकर च्यवनप्राश का नियमित सेवन इसमें लाभदायी है |
*विद्याप्राप्ति और धंधे में सफलता पाने हेतु*
जिनको विद्याप्राप्ति में सफलता नहीं मिलती या तो व्यापार करते हैं पर कोई progress नहीं है …वे बुधवार के दिन गुरु मंत्र का जप ज्यादा करें, रोज की अपेक्षा …. और उस दिन दोपहर को आप खाना खाने से पहले केवल ३ पत्ते तुलसी के गिनकर ..गंगा जल में डूबा कर यानि कटोरी में रखें थोड़ा गंगा जल उसमें धोकर ..वो तीन पत्ते खा जाएँ ..उसके बाद भोजन करें |इस से….
*विद्याप्राप्ति में लाभ होता है,*
*धन प्राप्ति होती है,*
व्यापार में वृद्धि होती है और शरीर स्वस्थ रखने में मदद मिलती है |
*पंo वेदान्त अवस्थी*’