आज का पञ्चाङ्ग
दिनांक – 02 जनवरी 2025*
दिन – गुरुवार*
संवत्सर – काल युक्त*
विक्रम संवत् – 2081*
शक संवत – 1946*
कलि युगाब्द –5126*
अयन – दक्षिणायन*
ऋतु – हेमन्त*
मास – पौष*
पक्ष – शुक्ल*
तिथि – तृतीय रात्रि 01:08 जनवरी 03 तक, तत्पश्चात चतुर्थी*
नक्षत्र – श्रवण रात्रि 11:10 तक तत्पश्चात धनिष्ठा*
योग – हर्षण दोपहर 02:58 तक, तत्पश्चात वज्र*
राहु काल – दोपहर 02:05 से दोपहर 03:25 तक*
*सूर्योदय – 06:46*
*सूर्यास्त – 05:14*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
*अग्निवास🔥03+05+01=09÷4=01 स्वर्ग लोक में।
*शिववास*
03+03+5=11÷7 =04 सभायाम वासे।
विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*जकड़ाहट, आमवात, जोड़ों का दर्द आदि हो तो….*
शरीर जकड़ा हुआ है, आमवात, जोड़ो का दर्द, घुटनों का दर्द आदि कि शिकायत ज्यादा है तो भोजन के समय १ गिलास गुनगुना पानी रखो । उसमें अदरक के रस की १०-१२ बुँदे डाल दो अथवा चौथाई ग्राम ( १ चनाभर) सौंठ-चूर्ण मिला दो । भोजन के बीच-बीच में २ -२ घूँट वह पानी पियो ।
८० ग्राम लहसुन कि कलियाँ कूट के १०० ग्राम अरंडी के तेल में डाल दें और गर्म करें । कलियाँ जल जायें तो वह तेल उतार के रख लें । इससे घुटनों को, जोड़ों को मालिश करने से फायदा होता है ।
*बरकत लाने व सुखमय वातावरण बनाने हेतु*
जिस घर में भगवान का, ब्रह्मवेत्ता संत का चित्र नहीं है वह घर स्मशान है । जिस घर में माँ-बाप, बुजुर्ग व बीमार का खयाल नहीं रखा जाता उस घर से लक्ष्मी रूठ जाती है । बिल्ली, बकरी व झाड़ू कि धूलि घर में आने से बरकत चली जाती है । गाय के खुर कि धूलि से, सुहृदता से , ब्रह्मज्ञानी सत्पुरुष के सत्संग से घर का वातावरण स्वर्गमय, सुखमय, मुक्तिमय हो जाता है ।
*पति-पत्नी के झगड़े या अनबन*
पति-पत्नी में झगड़े होते हों, तलाक को नौबत आ जाए अथवा पति-पत्नी में मन नहीं बनता है तो पति अपने सिर के नीचे सिन्दूर रख के सो जाए और पत्नी अपने सिर के नीचे कपूर रख के सो जाए । सुबह उठे तो कपूर की आरती कर डालें और पति सिन्दूर घर में फ़ेंक दें, तो पति-पत्नी का स्वभाव अच्छा हो जायेगा ।
*पंचक*
03 जनवरी 2025 दिन शुक्रवार को सुबह 10:48 बजे से 07 जनवरी 2025 दिन मंगलवार को साय 05:50 बजे तक।
*एकादशी*
10 जनवरी 2025 दिन शुक्रवार पुत्रदा एकादशी व्रत सर्वे।
*प्रदोष*
11 जनवरी 2025 दिन शनिवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
13 जनवरी 2025 दिन सोमवार स्नान दान वृत पूर्णिमाl
*पंo वेदान्त अवस्थी*