*आज का पंचांग*
*दिनांक – 29 नवम्बर 2024*
*दिन – शुक्रवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत – 2081*
*शक संवत – 1946*
*कलि युगाब्द – 5126*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – हेमंत ॠतु*
*मास – मार्गशीर्ष (गुजरात-महाराष्ट्र कार्तिक)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – त्रयोदशी सुबह 08:39 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
*नक्षत्र – स्वाती सुबह 10:18 तक तत्पश्चात विशाखा*
*योग – शोभन शाम 04:034 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
*राहुकाल – सुबह 10:37 से दोपहर 11:57 तक*
*सूर्योदय – 06:43*
*सूर्यास्त – 05:17*
_स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – पश्चिम दिशा मे*
*अग्निवास*
28+06+01=35÷4=03 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
28+28+5=61÷7 =05 भोजन चैव वासे।
*व्रत पर्व विवरण – मासिक शिवरात्रि*
विशेष- त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*ससुराल में तकलीफ़ हो तो*
सुहागन देवियाँ को अगर ससुराल में बहुत कष्ट है …. अपनी शुभ मनोकामनाएं पूरी न होने की पीड़ा है उनके लिए महर्षि अंगीरा के बताये अनुसार मार्गशीर्ष कृष्ण अमावस्या (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार कार्तिक कृष्ण अमावस्या) ( इस 01 दिसम्बर 2024 रविवार को ) माँ पार्वती का स्मरण करते हुए उनको मन ही मन प्रणाम करें …. ” हे माँ मैं अपने घर में सुख … शांति … और समृद्धि की वृद्धि हेतु ये व्रत कर रही हूँ “… सुबह ये संकल्प करें और ११ मंत्र से माँ पार्वती को प्रणाम करें ….
*ॐ पार्वतये नमः*
*ॐ हेमवत्ये नमः*
*ॐ अम्बिकाय नमः*
*ॐ गिरीश वल्लभाय नमः* *ॐ गंभीर नाभ्ये नमः*
*ॐ अपर्नाये नमः*
*ॐ महादेव्यै नमः*
*ॐ कंठ गामिन्ये नमः*
*ॐ क्षण मुखाये नमः*
*ॐ लोक मोहिन्ये नमः*
*ॐ मेनका कुक्षी रत्नाये नमः*
फिर भगवान गणपतिजी और कार्तिक स्वामी को मन ही मन प्रणाम कर दें … हो सके तो ८ बत्ती वाला दीपक जलाएं …. और रात भर वो दीपक जलता रहे सुबह भले विसर्जन हो जाए ।
*नकारात्मक ऊर्जा मिटाने के लिए*
30 नवम्बर 2024 शनिवार को दर्श अमावस्या एवं 01 दिसम्बर, रविवार को मार्गशीर्ष अमावस्या है।
घर में हर अमावस अथवा हर १५ दिन में पानी में खड़ा नमक (१ लीटर पानी में ५० ग्राम खड़ा नमक) डालकर पोछा लगायें। इससे नेगेटिव एनेर्जी चली जाएगी।
*अमावस्या*
अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)
*धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए*
*हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।*
सामग्री : १. काले तिल, २. जौं, ३. चावल, ४. गाय का घी, ५. चंदन पाउडर, ६. गुगल, ७. गुड़, ८. देशी कपूर, गौ चंदन या कण्डा।
विधि: गौ चंदन या कण्डे को किसी बर्तन में डालकर हवनकुंड बना लें, फिर उपरोक्त ८ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार सामग्री से, घर के सभी सदस्य एकत्रित होकर नीचे दिये गये देवताओं की १-१ आहुति दें।
*आहुति मंत्र*
*१. ॐ कुल देवताभ्यो नमः*
*२. ॐ ग्राम देवताभ्यो नमः*
*३. ॐ ग्रह देवताभ्यो नमः*
*४. ॐ लक्ष्मीपति देवताभ्यो नमः*
*५. ॐ विघ्नविनाशक देवताभ्यो नमः*
*पंचक*
07 दिसम्बर 2024 दिन शनिवार को सुबह 05:07 बजे से 11 दिसम्बर 2024 दिन बुधवार को दोपहर 11:48 बजे तक।
*एकादशी*
11 दिसम्बर 2024 बुधवार मोक्षदा एकादशी व्रत (गृहस्थ)।
12 दिसम्बर 2024दिन गुरुवार मोक्षदा एकादशी व्रत (वैष्णव)।
*प्रदोष*
29 नवम्बर 2024 दिन शुक्रवार मासिक शिव रात्रि ।
13 दिसम्बर 2023 दिन शुक्रवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
14 दिसम्बर 2024 दिन शनिवार व्रत पूर्णिमा।
15 दिसम्बर 2024 दिन रविवार स्नान दान पूर्णिमा।
*अमावस्या*
30 नवम्बर 2024 दिन शनिवार पितृकार्य अमावस्या।
01 दिसम्बर 2024 दिन रविवार देव कार्य अमावस्या।
*पंo वेदान्त अवस्थी*