आज का पंचांग
*दिनांक – 29 अगस्त 2024*
*दिन – गुरुवार*
*संवत्सर –काल युक्त*
*शक संवत 1946*
*विक्रम संवत् – 2081*
*कलि युगाब्द –5126*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – वर्षा*
*मास – भाद्रपद*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – एकादशी रात्रि 01:37 अगस्त 30 तक तत्पश्चात द्वादशी*
*नक्षत्र – आर्द्रा शाम 04:39 तक तत्पश्चात पुनर्वसु*
*योग – सिद्धि शाम 06:18 तक तत्पश्चात व्यतिपात*
*राहु काल – दोपहर 02:15 से दोपहर 03:50 तक*
*सूर्योदय – 05:42*
*सूर्यास्त – 06:18*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
*अग्निवास*
26+05+01=32÷4=00 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
26+26+5=57÷7 =01 कैलाश वासे।
व्रत पर्व विवरण – अजा एकादशी, सर्वार्थ सिद्धि योग (शाम 04:39 से प्रातः 06:21 अगस्त 30 तक), व्यतिपात योग (शाम 06:19 से शाम 05:47 अगस्त 30 तक)
विशेष – एकादशी को सिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*एकादशी व्रत के लाभ
*एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
जो पुण्य गौ-दान, सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं । इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है । पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ । भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।
*हरतालिका तीज व्रत*
06सितम्बर 2024 हरतालिका तीज व्रत।
*पंचक*
16 सितम्बर 2024 सोमवार को सुबह 05:45 बजे से 20 सितम्बर 2024 दिन शुक्रवार को सुबह 05:15 बजे तक।
*एकादशी*
29 अगस्त 2024 अजा एकादशी व्रत स्मार्त।
30 अगस्त 2024 अजा एकादशी व्रत वैष्णव।
14 सितम्बर 2024 पद्मा एकादशी व्रत सर्वे।
*प्रदोष*
31 अगस्त 2024 दिन शनिवार प्रदोष व्रत।
15 सितम्बर 2024 दिन रविवार प्रदोष व्रत।
01सितम्बर 2024 दिन रविवार (मासिक शिव रात्रि)।
*पूर्णिमा*
17 सितम्बर 2024 दिन मंगलवार अनंत चतुर्दशी व्रत पूर्णिमा।
पूर्णिमा श्राद्ध।
18 सितम्बर 2024 दिन बुधवार स्नान दान पूर्णिमा।
प्रतिपदा श्राद्ध।
*अमावस्या*
02 सितम्बर 2024 दिन सोमवार पितृकार्ये (सोमवती अमावस्या) ।
03 सितम्बर 2024 दिन मंगलवार देव कार्ये (भौमवती अमावस्या)।
*पंo वेदान्त अवस्थी*