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आज का पंचांग 26 नवंबर 2024

By Janhit TV

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~ *आज का पंचांग* ~
*दिनांक – 26 नवम्बर 2024*
*दिन – मंगलवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत – 2081*
*शक संवत – 1946*
*कलि युगाब्द –5126*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – हेमंत ॠतु*
*मास – मार्गशीर्ष (गुजरात-महाराष्ट्र कार्तिक)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – एकादशी 27 नवम्बर रात्रि 03:47 तक तत्पश्चात द्वादशी*
*नक्षत्र – हस्त 27 नवम्बर प्रातः 04:35 तक तत्पश्चात चित्रा*
*योग – प्रीति दोपहर 02:14 तक तत्पश्चात आयुष्मान*
*राहुकाल – शाम 02:36 से शाम 03:56 तक*
*सूर्योदय – 06:41*
*सूर्यास्त – 05:19*
_स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
*अग्निवास*
26+03+01=30÷4=02 पाताल लोक में।
*शिववास*
26+26+5=57÷7 =01 कैलाश वासे।
व्रत पर्व विवरण – उत्पत्ति एकादशी (गुजरात-महाराष्ट्र,मध्यप्रदेश,उत्तर प्रदेश,दिल्ली,पंजाब,हरियाणा,उत्तराखंड,कर्नाटक,तेलंगाना,राजस्थान,हिमाचल प्रदेश,गोवा,जम्मू-कश्मीर,लक्षद्वीप मे)
विशेष – हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l *राम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l
एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।
एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।
जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।
*उत्पत्ति एकादशी*
26 नवम्बर 2024 मंगलवार को उत्पत्ति एकादशी व्रत गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, कर्नाटक, तेलंगाना, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, गोवा, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप में रखें।
27 नवम्बर, बुधवार को उत्पत्ति एकादशी व्रत बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ, प. बंगाल, ओड़िशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, केरल व पूर्वोत्तर राज्यों में व्रत रखे।
*विशेष – 26 एवं 27 नवम्बर को दोनों दिन चावल ना खाए।*
उत्पत्ति एकादशी ( व्रत करने से धन, धर्म और मोक्ष की प्राप्ति होती है
*स्नान के साथ पायें अन्य लाभ*
गोमय से ( देशी गौ-गोबर को पानी में मिलाकर उससे ) स्नान करने पर लक्ष्मीप्राप्ति होती है तथा गोमूत्र से स्नान करने पर पाप-नाश होता है | गोदुग्ध से स्नान करने पर बलवृद्धि एवं दही से स्नान करने पर लक्ष्मी की वृद्धि होती है | ( अग्निपुराण : २६७.४-५)
*पौष्टिक खजूर*
१३२ प्रकार की बीमारियों को जड़ से उखाडनेवाला, त्रिदोषनाशक खजूर तुरंत शक्ति – स्फूर्ति देनेवाला, रक्त – मांस व वीर्य की वृद्धि करनेवाला, कब्जनाशक, कान्तिवर्धक, ह्रदय व मस्तिष्क का टॉनिक है |
सेवन – विधि : बच्चों के लिए २ से ४ और बड़ों के लिए ४ से ७ |
*पंचक*
07 दिसम्बर 2024 दिन शनिवार को सुबह 05:07 बजे से 11 दिसम्बर 2024 दिन बुधवार को दोपहर 11:48 बजे तक।
*एकादशी*
26 नवम्बर 2024 दिन मंगलवार उत्पत्ति एकादशी व्रत सर्वे।
11 दिसम्बर 2024 बुधवार मोक्षदा एकादशी व्रत (गृहस्थ)।
12 दिसम्बर 2024दिन गुरुवार मोक्षदा एकादशी व्रत (वैष्णव)।
*प्रदोष*
28 नवम्बर 2024 दिन गुरुवार प्रदोष व्रत।
29 नवम्बर 2024 दिन शुक्रवार मासिक शिव रात्रि ।
13 दिसम्बर 2023 दिन शुक्रवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
14 दिसम्बर 2024 दिन शनिवार व्रत पूर्णिमा।
15 दिसम्बर 2024 दिन रविवार स्नान दान पूर्णिमा।
*अमावस्या*
30 नवम्बर 2024 दिन शनिवार पितृकार्य अमावस्या।
01 दिसम्बर 2024 दिन रविवार देव कार्य अमावस्या।
*पंo वेदान्त अवस्थी*

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