आज का पंचांग
*दिनांक – 26 अगस्त 2024*
*दिन – सोमवार*
*संवत्सर –काल युक्त*
*शक संवत –1946*
*विक्रम संवत् – 2081*
*कलि युगाब्द –5126*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – वर्षा*
*मास – भाद्रपद*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – अष्टमी रात्रि 02:19 अगस्त 27 तक तत्पश्चात नवमी*
*नक्षत्र – कृतिका दोपहर 03:55 तक तत्पश्चात रोहिणी*
*योग – व्याघात रात्रि 10:17 तक तत्पश्चात हर्षण*
*राहु काल – प्रातः 07:55 से प्रातः 09:31 तक*
*सूर्योदय – 05:40*
*सूर्यास्त – 06:20*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशा शूल – पूर्व दिशा में*
*अग्निवास*
23+02+01=26÷4=02 पाताल लोक में।
*शिववास*
23+23+5=51÷7 =02 गौरी सन्निधौ वासे।
व्रत पर्व विवरण – श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, आद्याकाली जयंती, अष्टमी रोहिणी, कालाष्टमी, सर्वार्थ सिद्धि योग (दोपहर 03:55 से प्रातः 06:20 अगस्त 27 तक)
विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
प्रातः भ्रमण की महत्ता *
प्रातः एवं सायं भ्रमण उत्तम स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभप्रद है । पशुओं का राजा सिंह सुबह 3.30 से 5 बजे के दौरान अपने बच्चों के साथ उठकर गुफा से बाहर निकल के साफ हवा में भ्रमण कर आसपास की किसी ऊँची टेकरी पर सूर्य की ओर मुँह करके बैठ जाता है । सूर्य का दर्शन कर शक्तिशाली कोमल किरणों को अपने शरीर में लेने के पश्चात ही गुफा में वापस आता है । यह उसके बलशाली होने का एक राज है ।
*प्रातःकाल की वायु को, सेवन करत सुजान।*
*तातें मुख छवि बढ़त है, बुद्धि होत बलवान।।*
भ्रमण नियमित होना चाहिए । अधिक चलने से थकान आ जाती है । थकान से तमोगुण आ जाता है । सर्वथा न चलने से भी मनुष्य आलसी हो जाता है । उससे भी तमोगुण आ जाता है । अतः प्रतिदिन अवश्य भ्रमण करना चाहिए ।
सोमवार विशेष
कार्यों में सफलता-प्राप्ति हेतु*
जो व्यक्ति बार-बार प्रयत्नों के बावजूद सफलता प्राप्त न कर पा रहा हो अथवा सफलता-प्राप्ति के प्रति पूर्णतया निराश हो चुका हो, उसे प्रत्येक सोमवार को पीपल वृक्ष के नीचे सायंकाल के समय एक दीपक जला के उस वृक्ष की ५ परिक्रमा करनी चाहिए । इस प्रयोग को कुछ ही दिनों तक सम्पन्न करनेवाले को उसके कार्यों में धीरे-धीरे सफलता प्राप्त होने लगती है ।
सोमवार को बाल कटवाने से शिवभक्ति की हानि होती है ।
सोमवार को तथा दोपहर के बाद बिल्वपत्र न तोड़ें ।
*जन्माष्टमी*
26 अगस्त 2024 दिन सोमवार जन्माष्टमी व्रत स्मार्त।
27 अगस्त 2024 दिन मंगलवार जन्माष्टमी व्रत वैष्णव।
*हरतालिका तीज व्रत*
06सितम्बर 2024 हरतालिका तीज व्रत।
*पंचक*
16 सितम्बर 2024 सोमवार को सुबह 05:45 बजे से 20 सितम्बर 2024 दिन शुक्रवार को सुबह 05:15 बजे तक।
*एकादशी*
29 अगस्त 2024 अजा एकादशी व्रत स्मार्त।
30 अगस्त 2024 अजा एकादशी व्रत वैष्णव।
14 सितम्बर 2024 पद्मा एकादशी व्रत सर्वे।
*प्रदोष*
31 अगस्त 2024 दिन शनिवार प्रदोष व्रत।
15 सितम्बर 2024 दिन रविवार प्रदोष व्रत।
01सितम्बर 2024 दिन रविवार (मासिक शिव रात्रि)।
*पूर्णिमा*
17 सितम्बर 2024 दिन मंगलवार अनंत चतुर्दशी व्रत पूर्णिमा।
पूर्णिमा श्राद्ध।
18 सितम्बर 2024 दिन बुधवार स्नान दान पूर्णिमा।
प्रतिपदा श्राद्ध।
*अमावस्या*
02 सितम्बर 2024 दिन सोमवार पितृकार्ये (सोमवती अमावस्या) ।
03 सितम्बर 2024 दिन मंगलवार देव कार्ये (भौमवती अमावस्या)।
*पं वेदांत अवस्थी