आज का पञ्चाङ्ग
*दिनांक – 25 नवम्बर 2024*
*दिन – सोमवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*शक संवत –1946*
*विक्रम संवत् – 2081*
*कलि युगाब्द –5126*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – हेमन्त*
*मास – मार्गशीर्ष*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – दशमी रात्रि 01:01 नवम्बर 26 तक तत्पश्चात एकादशी*
*नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी रात्रि 01:24 नवम्बर 26 तक तत्पश्चात हस्त*
*योग – विषकम्भ दोपहर 01:12 तक तत्पश्चात प्रीति*
*राहु काल – प्रातः 08:22 से प्रातः 09:43 तक*
*सूर्योदय – 06:41*
*सूर्यास्त – 05:19*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशा शूल – पूर्व दिशा में*
*अग्निवास*
25+02+01=28÷4=00 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
25+25+5=55÷7 =06 क्रीड़ायाम वासे।
विशेष – दशमी को कलंबी शाक खाना त्याज्य है | (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*सावधानी से स्वास्थ्य
किसी को वायु और गैस की तकलीफ ज्यादा हो तो उसे आलु, चावल और चने की दाल आदि का परहेज रखना चाहिए । ये वायु करते हैं । वायु का रोगी दूध पिये तो एक-दो काली मिर्च डालकर पियें ।
सामान्य रूप से भी चावल, आलू आदि ज्यादा न खाएं नहीं तो आगे जाकर बुढ़ापे में जोड़ों का दर्द पकड़ लेगा । जो बीमारी होने वाली है, उससे बचने के लिए पहले से ही सावधान रहें ।
चाय-कॉफी, कोल्डड्रिंक्स आदि नशीली वस्तुओं से बचना चाहिए । आहार ऐसा हो कि आपका शरीर तंदुरुस्त रहे । विचार ऐसे करो कि मन पवित्र रहे ।
एक गिलास गुनगुने पानी में थोड़ा संतकृपा चूर्ण एवं शहद डाल दें । मुँह में अदरक का टुकड़ा चबाएं, ऊपर से यह शहदवाला पानी पी जायें और थोड़ा घूमें । इससे शरीर का वजन नियंत्रित हो जायेगा ।
जिनकी उम्र 40 साल से ज्यादा है उनकी रोग प्रतिकारक शक्ति बनी रहे इसके लिए ‘रसायन चूर्ण’ का सेवन करना चाहिए । आँवला, गोखरू एवं दूसरी तीन-चार चीजें मिलाकर रसायन चूर्ण बनता है ।
*पंचक*
07 दिसम्बर 2024 दिन शनिवार को सुबह 05:07 बजे से 11 दिसम्बर 2024 दिन बुधवार को दोपहर 11:48 बजे तक।
*एकादशी*
26 नवम्बर 2024 दिन मंगलवार उत्पत्ति एकादशी व्रत सर्वे।
11 दिसम्बर 2024 बुधवार मोक्षदा एकादशी व्रत (गृहस्थ)।
12 दिसम्बर 2024दिन गुरुवार मोक्षदा एकादशी व्रत (वैष्णव)।
*प्रदोष*
28 नवम्बर 2024 दिन गुरुवार प्रदोष व्रत।
29 नवम्बर 2024 दिन शुक्रवार मासिक शिव रात्रि ।
13 दिसम्बर 2023 दिन शुक्रवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
14 दिसम्बर 2024 दिन शनिवार व्रत पूर्णिमा।
15 दिसम्बर 2024 दिन रविवार स्नान दान पूर्णिमा।
*अमावस्या*
30 नवम्बर 2024 दिन शनिवार पितृकार्य अमावस्या।
01 दिसम्बर 2024 दिन रविवार देव कार्य अमावस्या।