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आज का पंचांग 22 नवंबर 2024

By Janhit TV

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आज का पञ्चाङ्ग~
दिनांक – 22 नवम्बर 2024*
दिन – शुक्रवार*
संवत्सर –काल युक्त*
विक्रम संवत् – 2081*
शक संवत –1946*
कलि युगाब्द –5126*
अयन – दक्षिणायन*
ऋतु – हेमन्त*
*मास – मार्गशीर्ष*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – सप्तमी शाम 06:07 तक तत्पश्चात अष्टमी*
*नक्षत्र – अश्लेषा शाम 05:10 तक तत्पश्चात मघा*
*योग – ब्रह्म सुबह 11:34 तक तत्पश्चात इन्द्र*
*राहु काल – सुबह 11:04 से दोपहर 12:26 तक*
*सूर्योदय – 06:40*
*सूर्यास्त – 05:20*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशा शूल – पश्चिम दिशा में*
*अग्निवास*
22+06+01=29÷4=01 स्वर्ग लोक में।
*शिववास*
22+22+5=49÷7 =00 श्मशान वासे।
व्रत पर्व विवरण – काल भैरव जयंती, कालाष्टमी, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी*
विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है व शरीर का नाश होता है | (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

पथरी व पेशाब की समस्याओं के लिए*

चाहे मूत्राशय में पथरी हो, चाहे गुद्दे (kidney) में हो, चाहे पित्ताशय में हो–कहीं भी पथरी हो, भूलकर भी ऑपरेशन नहीं करना । पत्थरचट्टा पोधे के २-२ पत्ते रोज खाओ, इससे कुछ ही दिनों में पथरी चट हो जाती है । यह पथरी के लिए अक्सीर इलाज है । जिनको मैंने यह प्रयोग बताया और उन्होंने किया तो उनकी पथरी निकल गयी । उन्होंने मेरे पास आ के धन्यवाद दिया, खुशी व्यक्त की ।
सुबह खाली पेट खायें तो आच्छा है । कहीं सुजन हो, छोटा–मोटा घुटने का दर्द हो, मोच आ रही हो तो इसके पत्ते को रगड़ के रस निकालकर लगाने से लाभ होता है, और भी छोटे-मोटे बहुत सारे फायदे होते हैं ।
पत्थरचट्टा का १ पत्ता बीच में से चीर के २ टुकड़े करो । चिरा हुआ भाग जमीन में गाड़ दो तो उसमे से दुसरे पौधे हो जायेंगे ।
(गुर्दे – संबंधी रोगों की यह श्रेष्ठ गुणकारी औषधि है । रुक-रूककर पेशाब होने की समस्या में प्रतिदिन इसके २-३ पत्तों का सेवन करने से पेशाब खुल के होने लगता है ।)

*पंo वेदान्त अवस्थी*

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