*आज का पञ्चाङ्ग*
*दिनांक – 09 जनवरी 2025*
*दिन – गुरूवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत – 2081*
*शक संवत – 1946*
*कलि युगाब्द – 5126*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – हेमन्त ॠतु*
*मास – पौष*
*पक्ष – शुक्ल*
*तिथि – दशमी दोपहर 12:22 तक तत्पश्चात एकादशी*
*नक्षत्र – भरणी शाम 03:07 तक तत्पश्चात कृत्तिका*
*योग – साध्य शाम 05:29 तक तत्पश्चात शुभ*
*राहुकाल – दोपहर 01:35 से शाम 02:55 तक*
*सूर्योदय – 06:45*
*सूर्यास्त – 05:15*
_स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – दक्षिण दिशा मे*
*अग्निवास*
10+05+01=16÷4=00 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
10+10+5=25÷7 =04 सभायाम वासे।
*एकादशी व्रत के लाभ*
09 जनवरी 2025 गुरूवार को दोपहर 12:22 से 10 जनवरी, शुक्रवार को सुबह 10:19 तक एकादशी है।
*विशेष – 10 जनवरी 2025 शुक्रवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखे।*
जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।
एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।
धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।
कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।
परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।
*एकादशी के दिन करने योग्य*
एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें ….. अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l
*एकादशी के दिन ये सावधानी रहे*
महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है… तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है… ऐसा डोंगरे जी महाराज के भागवत में डोंगरे जी महाराज ने कहा
*एकादशी*
10 जनवरी 2025 दिन शुक्रवार पुत्रदा एकादशी व्रत सर्वे।
*प्रदोष*
11 जनवरी 2025 दिन शनिवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
13 जनवरी 2025 दिन सोमवार स्नान दान वृत पूर्णिमाl
*पंo वेदान्त अवस्थी*
आज का पंचांग 9 जनवरी 2025
By Janhit TV
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