*~ आज का पञ्चाङ्ग~*
*दिनांक – 31 जनवरी 2025*
*दिन – शुक्रवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत – 2081*
*शक संवत -1946*
*कलि युगाब्द –5126*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – शिशिर ॠतु*
*मास – माघ*
*पक्ष – शुक्ल*
*तिथि – द्वितीया दोपहर 01:59 तक तत्पश्चात तृतीया*
*नक्षत्र – शतभिषा 01 फरवरी प्रातः 04:14 तक तत्पश्चात पूर्वभाद्रपद*
*योग – वरीयान शाम 03:33 तक तत्पश्चात परिघ*
*राहुकाल – सुबह 11:28 से दोपहर 12:52 तक*
*सूर्योदय – 06:35*
*सूर्यास्त – 05:25*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – पश्चिम दिशा मे*
*अग्निवास*
02+06+01=09÷4=01 स्वर्ग लोक में।
*शिववास*
02+02+5=09÷7 =02 गौरी सन्निधौ वासे।
*व्रत पर्व विवरण – पंचक*
विशेष- द्वितीया को बृहती (छोटा बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*माघ शुक्ल तृतीया (गौरी तृतीया)*
01 फरवरी 2025 शनिवार को माघ शुक्ल तृतीया है ।
तृतीया तिथि को सार्वत्रिक रूप से गौरी की पूजा का निर्देश है, चाहे किसी भी मास की तृतीया तिथि हो। भविष्यपुराण के अनुसार माघ मास की शुक्ल तृतीया अन्य मासों की तृतीया से अधिक उत्तम है | माघ मास की तृतीया स्त्रियों को विशेष फल देती है | माघ मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को सौभाग्य वृद्धिदायक गौरी तृतीया व्रत किया जाता है। भविष्यपुराण उत्तरपर्व में आज से शुरू होने वाले ललितातृतीया व्रत की विधि का वर्णन है जिसके करने से नारी को सौभाग्य, धन, सुख, पुत्र, रूप, लक्ष्मी, दीर्घायु तथा आरोग्य प्राप्त होता है और स्वर्ग की भी प्राप्ति होती है |
*सौभाग्यं लभते येन धनं पुत्रान्पशून्सुखम् । नारी स्वर्गं शुभं रूपमारोग्यं श्रियमुत्तमाम् ।।*
भविष्यपुराण, ब्राह्मपर्व में भगवती गौरी ने धर्मराज से कहा :- माघ मास की तृतीया को गुड़ और लवण (नमक) का दान स्त्रियों एवं पुरुषों के लिए अत्यंत श्रेयस्कर है भगवन शंकर की प्रिये उस दिन मोदक एवं जल का दान करें ।
*माघमासे तृतीयायां गुडस्य लवणस्य च । दानं श्रेयस्करं राजन्स्त्रीणां च पुरुषस्य च ।।*
*तृतीयायां तु माघस्य वामदेवस्य प्रीतये । वारिदानं प्रशस्तं स्यान्मोदकानां च भारत ।।*
*पद्मपुराण, सृष्टि खंड के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया मन्वंतर तिथि है। उस दिन जो कुछ दान दिया जाता है उसका फल अक्षय बताया गया है।
धर्मसिंधु के अनुसार माघ मास में ईंधन, कंबल, वस्त्र, जूता, तेल, रूई से भरी रजाई, सुवर्ण, अन्न आदि के दान का बड़ा भारी फल मिलता है।
माघ में तिलों का दान जरूर जरूर करना चाहिए। विशेषतः तिलों से भरकर ताम्बे का पात्र दान देना चाहिए।
यदि आपके घर में बिना बात का क्लेश रहता है या फिर एक के बाद एक समस्याएं बनी रहती हैं तो इसका कारण घर में उपस्थित नकारात्मक ऊर्जा भी हो सकती है। इसके लिए अपने घर के बाहर की दीवार पर हल्दी की रेखा बना दें। इससे आपके घर में ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है। जिससे घर में शांति बनी रहती है।
*ससुराल मे कोई तकलीफ* यदि किसी महिला को ससुराल पक्ष से मान-सम्मान नहीं मिलता है और परिवार में समस्याएं बनी रहती हैं तो सात साबुत हल्दी की गांठें, एक पीतल का टुकड़ा और थोड़ा सा गुड़ लेकर कन्या जाते समय ससुराल पक्ष की ओर फेंक दे। मान्यता है कि इससे ससुराल पक्ष के साथ संबंध अच्छे होते हैं।
किसी सुहागन बहन को ससुराल मे कोई तकलीफ हो तो शुक्ल पक्ष की तृतीया को उपवास रखें …उपवास माने एक बार बिना नमक का भोजन कर के उपवास रखें ..भोजन में दाल चावल सब्जी रोटी नहीं खाए, दूध रोटी खा लें..शुक्ल पक्ष की तृतीया को..अमावस्या से पूनम तक की शुक्ल पक्ष में जो तृतीया आती है उसको ऐसा उपवास रखें …नमक बिना का भोजन(दूध रोटी) , एक बार खाए बस……अगर किसी बहन से वो भी नहीं हो सकता पूरे साल का तो केवल
माघ महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया जो की इस साल 01 फरवरी 2025 शनिवार को है ।
वैशाख शुक्ल तृतीया और
भाद्रपद मास की शुक्ल तृतीया
जरुर ऐसे ३ तृतीया का उपवास जरुर करें …नमक बिना करें ….जरुर लाभ होगा…
*पंचक*
30 जनवरी 2025 गुरुवार साय 06:35 बजे से 03 फरवरी 2025 दिन सोमवार रात्रि 11: 17बजे तक।
*एकादशी*
08 फरवरी 2025 दिन शनिवार जया एकादशी ।
*प्रदोष*
10 फरवरी 2025 दिन सोमवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
12 फरवरी 2025 दिन बुधवार स्नान दान व्रत पूर्णिमा।
*पंo वेदान्त अवस्थी*