*आज का पंचांग*
*दिनांक – 03 फरवरी 2025*
*दिन – सोमवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत – 2081*
*शक संवत – 1946*
*कलि युगाब्द – 5126*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – शिशिर ॠतु*
*मास – माघ*
*पक्ष – शुक्ल*
*तिथि – पंचमी सुबह 09:36 तत्पश्चात षष्ठी 04 फरवरी प्रातः 04:37 तक तत्पश्चात सप्तमी*
*नक्षत्र – रेवती रात्रि 11:16 तक तत्पश्चात अश्विनी*
*योग – साध्य 04 फरवरी रात्रि 03:03 तक तत्पश्चात शुभ*
*राहुकाल – सुबह 08:15 से सुबह 09:37 तक*
*सूर्योदय – 06:33*
*सूर्यास्त – 05:27*
_स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – पूर्व दिशा मे*
*अग्निवास*
05+02+01=08÷4=00 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
05+05+5=15÷7 =01 कैलाश वासे।
*व्रत पर्व विवण – षष्ठी छय पंचक (समाप्त: रात्रि 11:16 )*
विशेष- पंचमी को बेल फल खाने से कलंक लगता हैं।षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*अचला सप्तमी*
अचला सप्तमी ( स्नान, व्रत करके गुरु का पूजन करनेवाला सम्पूर्ण माघ मास के स्नान का फल व वर्षभर के रविवार व्रत का पुण्य पा लेता है | यह सम्पूर्ण पापों को हरनेवाली व सुख-सौभाग्य की वृद्धि करनेवाली है | )
*विशेष – 04 फरवरी 2025 मंगलवार को अचला सप्तमी है ।*
*भीष्म अष्टमी*
05 फरवरी 2025 बुधवार को भीष्म अष्टमी, भीष्म श्राद्ध दिवस है | भीष्मजी के नाम से सूर्य को अर्घ्य दें तो संतान हीन् को संतान मिल सकती है और आरोग्य आदि प्राप्त होता है |
*भीष्म तर्पण दिवस*
भीष्मजी को जल अर्पण करें और संतान की प्राप्ति की इच्छा करें तो तेजस्वी आत्मा आती है ऐसा 05 फरवरी 2025 बुधवार को है इस बार माघ शुक्ल अष्टमी तिथि, धवल निबंध ग्रंथ के अनुसार इस तिथि को भीष्म जी का तर्पण दिवस भी है ब्रह्मचारी भीष्म जी का तर्पण करने से लड़के लड़कियाँ तेजस्वी हो सकते हैं।
*पंचक*
30 जनवरी 2025 गुरुवार साय 06:35 बजे से 03 फरवरी 2025 दिन सोमवार रात्रि 11: 17बजे तक।
*एकादशी*
08 फरवरी 2025 दिन शनिवार जया एकादशी ।
*प्रदोष*
10 फरवरी 2025 दिन सोमवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
12 फरवरी 2025 दिन बुधवार स्नान दान व्रत पूर्णिमा।
*पंo वेदान्त अवस्थी*