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आज का पंचांग 22 जुलाई 2025

By Janhit TV

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*आज का पञ्चाङ्ग* ~
*दिनांक –22 जुलाई 2025*
*दिन – मंगलवार*
*संवत्सर – सिद्धार्थ*
*विक्रम संवत – 2082*
*शक संवत – 1947*
*कलि युगाब्द – 5127*
*अयन – दक्षिणायन*
*ऋतु – वर्षा*
*मास – श्रावण*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – द्वादशी सुबह 11:27 तक, तत्पश्चात त्रयोदशी*
*नक्षत्र – मृगशिरा, पूरे दिन व रात्रि तक*
*योग – ध्रुव, रात 8:06 तक, फिर व्याघात योग*
*राहुकाल – दोपहर 03:41 से शाम 05:22 तक*
*सूर्योदय – 05:19*
*सूर्यास्त – 06:41*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – उत्तर दिशा में*
*अग्निवास*
27+02+01=30÷4=02 पाताल लोक में।
*शिववास*
27+27+5=59÷7 =03 वृषारूढ़ा वासे।
*आज का विशेष पर्व*
*भौम प्रदोष व्रत*
कर्ज मुक्ति और आर्थिक उन्नति के लिए आज का दिन विशेष है।
संध्या समय, सूर्यास्त के वक्त शिव मंदिर जाएं।
पंचमुखी दीपक जलाएं और ये 6 मंगल मंत्रों का जाप करें:

*ॐ भौमाय नमः*
*ॐ मंगलाय नमः*
*ॐ भुजाय नमः*
*ॐ रुन्ह्र्ताय नमः*
*ॐ भूमिपुत्राय नमः*
*ॐ अंगारकाय नमः*
*मंगल स्तुति:*
“धरणी गर्भ सम्भूतं विद्युत्कांति समप्रभम्।
कुमारं शक्ति हस्तं तं मंगलं प्रणम्यहम्।।”

शिव पूजन करते समय यह महामंत्र भी अवश्य बोलें:
*”मृत्युंजय महादेव त्राहिमां शरणागतम्।*
*जन्ममृत्युजराव्याधिपीड़ितः कर्मबन्धनः।।”*
आज के दिन क्या करें – क्या न करें:
उपवास रखें, शिव उपासना करें
लाल वस्त्र पहनना शुभ
नमक और मिर्च न खाएं
क्रोध व कटु वाणी से बचें

आज का शुभ रंग – लाल / गुलाबी
आज का भाव – साहस और आत्मविश्वास

चतुर्मास विशेष ध्यान:
कांसे या तांबे के बर्तन न करें प्रयोग
पलाश की पत्तल पर भोजन करना पुण्यदायक है
भजन, कीर्तन और जप से पुण्य सौ गुना बढ़ता है
आज का संदेश:
“जो मंगल प्रदोष व्रत करता है, उसके जीवन से ऋण, बाधा और संकट धीरे-धीरे समाप्त होने लगते हैं। शिव कृपा से मार्ग प्रशस्त होता है।”
हर मंगलवार शिवजी और मंगल देव का स्मरण करें
*पंचक*
09 अगस्त 2025 दिन शनिवार रात्रि 02:11 बजे से 14 अगस्त 2025 दिन सुबह 09:06 बजे तक।
*पंचमी*
29 जुलाई 2025 दिन मंगलवार नाग पंचमी।
*एकादशी*
05 अगस्त 2025 दिन मंगलवार पुत्रदा एकादशी व्रत सर्वे ।
*प्रदोष व्रत*
मासिक शिव रात्रि 23 जुलाई दिन बुधवार।
06 अगस्त 2025 दिन बुधवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
08 अगस्त2025 दिन शुक्रवार वृत पूर्णिमा।
09 अगस्त 2025 दिन शनिवार श्रावणी उपाकर्म (रक्षा बन्धन) स्नान दान पूर्णिमा।
*अमावस्या*
24 जुलाई 2025 दिन गुरुवार स्नान दान देवपितृ कार्य हरियाली अमावस्या।
*पंo वेदान्त

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