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आज का पंचांग 19 जून 2025

By Janhit TV

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आज का पञ्चाङ्ग~
*दिनांक – 19 जून 2025*
*दिन – गुरुवार*
*संवत्सर – सिद्धार्थ*
*विक्रम संवत् – 2082*
*शक संवत – 1947*
*कलि युगाब्द – 5127*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – ग्रीष्म*
*मास – आषाढ़*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – अष्टमी सुबह 11:55 तक तत्पश्चात् नवमी*
*नक्षत्र – उत्तर भाद्रपद रात्रि 11:17 जून 20 तक तत्पश्चात् रेवती*
*योग – सौभाग्य रात्रि 02:46 जून 20 तक तत्पश्चात् शोभन*
*राहुकाल – दोपहर 02:23 से शाम 04:04 तक*
*सूर्योदय – 05:13*
*सूर्यास्त – 06:47*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशा शूल – दक्षिण दिशा में*
*अग्निवास*
23+05+01=29÷4=01 स्वर्ग लोक में।
*शिववास*
23+23+5=51÷7 =02 गौरी सन्निधौ वासे।
व्रत पर्व विवरण – सर्वार्थ सिद्धि योग (रात्रि 11:17 से प्रातः 05:55 जून 20 तक)
विशेष – अष्टमी को नारियल फल खाने से बुद्धि का नाश होता है एवं नवमी को लौकी खाना गौमांस के समान त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंड: 27.29-34)
*दिशा विवेक*

पूजा आरती पश्चिम में है तो खुशियाँ दबेंगी । दक्षिण में है तो बिमारी आयेगी ।
तुम्हारी पूजा की दिशा पूर्व या उत्तर में हो तो स्थिति उन्नत होगी ।
पूजा की दिशा उत्तर में है तो आध्यात्मिक उन्नति होगी, पूर्व में है तो लौकिक उन्नति होगी ।

गुरूमंत्र है तो दोनों में आध्यात्मिक और लौकिक उन्नति होगी ।*
तो देख लेना की आरती की दिशा, पूजा करते तो आपकी दिशा पश्चिम की तरफ तो नहीं, होगी तो बदल देना ।

सोते समय पश्चिम में सिर रहेगा तो चिंता पीछा नहीं छोड़ेगी, उत्तर में सिर करते हैं तो बिमारी पीछा नहीं छोड़ेगी । सोते समय सिरहाना पूरब की तरफ अथवा दक्षिण की तरफ हो ।

विद्यार्थी कमजोर हो तो..*

जो बच्चे पढ़ने में कमजोर रहते हो न, वे बच्चे, कच्चा दूध हो उसमें मिश्री पाऊडर मिला दें, या शहद मिला दें, अच्छी तरह से घोल दें । उस से, बच्चे जाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें, वो शिवजी पर चढ़ाएं, फिर जल चढ़ाएँ, बेल-पत्र रख दें, दिया जला दें । थोड़ी देर उधर बैठ के जप करें । तो वो बच्चे पढ़ने में बड़े होशियार, प्रतिभावान होंगे ।

*किसी का मन बदलने के लिए*

कोई बात मानता नहीं हो ..तो रात को जब वो व्यक्ति सो जाए …तब आप उसके श्वासोश्वास के करीब चले जाएँ … उसका श्वास और आपका श्वास वातावरण में मिल जाए ऐसे आप विचार करें कि दारू छोड़ दो …दारू से बहुत हानियाँ होती हैं ..या पत्नी को मारना छोड़ दो ..मानो मैं कमला हूँ और मेरा पति का गुड्डू .. तो बोले गुड्डू .. कमला को मारना छोड़ दे … उसको सताओ मत जैसा उसमें दुर्गुण है उसके विपरीत बोलो .. थोड़े दिन में उसका मन बदल जायेगा
*पंo वेदान्त अवस्थी*

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