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आज का पंचांग 17 फरवरी 2025

By Janhit TV

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*~ आज का पञ्चाङ्ग ~
*दिनांक – 17 फरवरी 2025*
*दिन – सोमवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत् – 2081*
*शक संवत –1946*
*कलि युगाब्द –5126*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – शिशिर*
*मास – फाल्गुन*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – पञ्चमी प्रातः 04:53 फ़रवरी 18 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*नक्षत्र – चित्रा पूर्ण रात्रि तक*
*योग – शूल प्रातः 08:55 तक, तत्पश्चात गण्ड*
*राहु काल – सुबह 08:36 से सुबह 10:02 तक*
*सूर्योदय – 06:23*
*सूर्यास्त – 05:37*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशा शूल – पूर्व दिशा में*
*अग्निवास*
20+02+01=23÷4=03 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
20+20+5=45÷7 =03 वृषारूढ़ा वासे।
*विशेष – पञ्चमी को बेल खाने से कलंक लगता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

*बीमारी क्या खबर देती हैं ?*

जो भी बिमारी आती है वह खबर देती है कि तुम खान-पान में संयम करो । पेट बाहर है तो हफ्ते में एकाध उपवास करो अथवा १५ दिन में एकादशी का व्रत रखो । कुछ नही खाओ, केवल नीबूं पानी अथवा गुनगुना पानी पियो । लड़्घनं परमौषधम ।…..अर्धरोगहरि निद्रा सर्वरोगहरि क्षुधा । उपवास और आराम बीमारियों को खा जायेगा । व्यक्ति दवाई से इतना जल्दी ठीक नहीं होता जितना उपवास से ठीक होता है ।
उपवास में कमजोरी लगे तो १५ से २५ ग्राम किशमिश धो के खा लो, बस हो गया । सारी बीमारी निकल जाती है | द्राक्ष, किशमिश लोग ऐसे ही खा लेते है । इन पर जंतुनाशक दवा डालते हैं, जो कि जहरी, हानिकारक होती है । इन्हें ३-४ बार अच्छी तरह धोकर ही खाना चाहिए । कभी गोमूत्र (या गोमूत्र अर्क) की कुछ बूँदे पानी में डाल के उससे भी धो सकते हैं ।
प्राणायाम करो, सूर्यनारायण को अर्ध्य दो और नाभि पर सूर्यनारायण का ध्यान करो । इससे आरोग्य प्राप्त होता है ।
*पंo वेदान्त

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