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आज का पंचांग 16 फरवरी 2025

By Janhit TV

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~ आज का पञ्चाङ्ग~*
*दिनांक – 16 फरवरी 2025*
*दिन – रविवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत – 2081*
*शक संवत -1946*
*कलि युगाब्द – 5126*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – शिशिर ॠतु*
*मास – फाल्गुन (गुजरात-महाराष्ट्र माघ)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – चतुर्थी 17 फरवरी रात्रि 02:15 तक तत्पश्चात पंचमी*
*नक्षत्र – हस्त 17 फरवरी प्रातः 04:31 तक तत्पश्चात चित्रा*
*योग – धृति सुबह 08:06 तक तत्पश्चात शूल*
*राहुकाल – शाम 05:11 से शाम 06:37 तक*
*सूर्योदय –06:24*
*सूर्यास्त – 05:36*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – पश्चिम दिशा मे*
*अग्निवास*
19+01+01=21÷4=01 स्वर्ग लोक में।
*शिववास*
19+19+5=43÷7 =01 कैलाश वासे।
*व्रत पर्व विवरण – संकष्ट चतुर्थी (चन्द्रोदय: रात्रि 09:41)*
विशेष- चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)
रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)
स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।
*गुस्से का उपयोग*
गुस्सा आये तो गुस्से को देखो, गुस्से में तपो मत, गुस्से का उपयोग करो, सामने वाले का अहित ना करो ।
बड़ों पर गुस्सा आये तो उनके चरणों में मत्था टेक दो………कि माफ़ कर दो हमें आप पर गुस्सा आ रहा है। ऐसा मन में भी कर सकते हैं। बड़ों के आगे अहम् पिघला दो । अथवा तो ईश्वर के चरणों में मत्था टेक दो कि हमें बड़ों पर गुस्सा आ रहा है…….आप ही संभालो। अहम् में ही गुस्सा आता है ।
एक घूंट पानी की मुंह में डाल दो । धीरे-धीरे पानी को नीचे उतरने दो । गुस्से की गर्मी, पित्त शांत हो जायेगा ।
गुस्सा आया तो हाथ की उँगलियों के नाखून हाथ की गद्दी पर लगे, ऐसे मुट्ठी बंद कर लो । गुस्सा आया है तो ज्ञान स्वरुप ईश्वर की सत्ता से जान रहा हूँ, ऐसा विचार करते हुए, गुस्से का उपयोग करें ।
*नौकरी धंधा सेट ना होता हो तो*
नौकरी धंधा ना मिलता हो,सेट ना होता हो तो इतवार को नमक बिना का खाना खाएं|
घर से आर्थिक परेशानी भागने लगेगी| बीमारी नहीं टिकेगी|
रविवार के दिन सिर या शरीर में तेल नहीं लगायें|
सूर्यदेव को जल देकर ही कुछ खाएं-पियें |
*सर्दियों में पुष्टि के विशेष प्रयोग*
सर्दियों में सुबह ४ से ५ खजूर को घी में सेंककर खा लें | ऊपर से इलायची, मिश्री व २ ग्राम अश्वगंधा चूर्ण डालकर उबाला हाउ दूध पियें | इससे रक्त, मांस व शुक्र धातु की वृद्धि होती है |
२ से ३ बादाम रात को पानी में भिगो दें | सुबह छिलके निकाल के बारीक पीस लें व दूध में मिला के उबालें | इससे मिश्री और ५ – १० ग्राम घी मिला के लेने से बल-वीर्य की वृद्धि होती है एवं मस्तिष्क की शक्ति बढती है |
कृश एवं दुर्बल व्यक्ति बीज निकले ५ खजूर घी में सेंककर सुबह चावल के साथ खाये | इससे वजन एवं बल में वृद्धि होती है |
*पंo वेदान्त

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