*आज का पञ्चाङ्ग*
*दिनांक – 14 मई 2025*
*दिन – बुधवार*
*संवत्सर – सिद्धार्थ*
*विक्रम संवत – 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
*शक संवत – 1947*
*शक संवत – 5127*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – ग्रीष्म ॠतु*
*मास – ज्येष्ठ (गुजरात-महाराष्ट्र वैशाख)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – द्वितीया 15 मई रात्रि 02:29 तक तत्पश्चात तृतीया*
*नक्षत्र – अनुराधा सुबह 11:47 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा*
*योग – परिघ सुबह 06:34 तक तत्पश्चात शिव*
*राहुकाल – दोपहर 12:05 से दोपहर 01:46 तक*
*सूर्योदय – 05:23*
*सूर्यास्त – 06:37*
_स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
*अग्निवास*
17+04+01=22÷4=02 पाताल लोक में।
*शिववास*
17+17+5=39÷7 =04 सभायाम वासे।
*व्रत पर्व विवरण- विष्णुपदी-वृषभ संक्रांति (पुण्यकाल:दोपहर 12:23 से सूर्यास्त तक*
विशेष- द्वितीया को बृहती (छोटा बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*विष्णुपदी-वृषभ संक्रांति*
*जप तिथि : 14 मई 2025 बुधवार को (विष्णुपदी-वृषभ संक्रांति)*
*पुण्यकाल दोपहर 12:23 से सूर्यास्त तक |*
विष्णुपदी संक्रांति में किये गये जप-ध्यान व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता है | – (पद्म पुराण , सृष्टि खंड)
*घर में शांति आने का अद्भुत चमत्कार होगा*
देशी गाय के शुद्ध घी या तिल के तेल का दीपक जलाकर गहरा श्वास ले के रोकें फिर ‘ॐ तं नमामि हरिं परम् ।’ मंत्र बोलें। ऐसा १५-२० मिनट नियत समय, नियत स्थान पर कुटुम्ब के सभी लोग करें। ३-४ दिन में अद्भुत चमत्कार होगा, घर में शांति होगी।
*बिना दवा के पेट की सभी बीमारियाँ हो जायेंगी दूर*
एक मास तक प्रतिदिन १०८ बार ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करके सूर्यनारायण के सामने जल पीने से पेट की सभी बीमारियाँ दूर हो जाती हैं।’ (लिंग पुराणः ८५.१९३-१९४)
*पंo वेदान्त अवस्थी*