आज का पंचांग
*दिनांक – 13 फरवरी 2025*
*दिन – गुरूवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत – 2081*
*शक संवत – 1946*
*कलि युगाब्द – 5126*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – शिशिर ॠतु*
*मास – फाल्गुन (गुजरात-महाराष्ट्र माघ)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – प्रतिपदा रात्रि 08:21 तक तत्पश्चात द्वितीया*
*नक्षत्र – मघा सुबह 09:07 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी*
*योग – शोभन सुबह 07:31 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
*राहुकाल – दोपहर 01:47 से शाम 03:11 तक*
*सूर्योदय – 06:27*
*सूर्यास्त – 05:33*
_स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – दक्षिण दिशा मे*
*अग्निवास*
16+05+01=22÷4=02 पाताल लोक में।
*शिववास*
16+16+5=37÷7 =02 गौरी सन्निधौ वासे।
*व्रत पर्व विवरण – प्रतिपदा*
विशेष- प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा पेठा) न खाएं क्योकि यह धन का नाश करने वाला है (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
*सर्दियों की पुष्टिवर्धक खुराक*
सर्दियों की पुष्टिवर्धक खुराक बनाओ | काले तिल ले लो, थोडा गुड़ डाल के चिक्की बनाओ | १० ग्राम चिक्की चबा-चबा के खाओ, ज्यादा नहीं | इससे मसूड़े मजबूत होंगे, दाँत मजबूत होंगे, पेशाब-संबंधी तकलीफें नहीं होंगी और शरीर मजबूत व पुष्ट होगा |
(यह प्रयोग सर्दियों में सुबह खाली पेट करना लाभदायी होता है |)
*ध्यान की महिमा*
आज्ञाचक्र में ओंकार या गुरु का ध्यान करने से बुद्धि विकसित होती है और नाभि में ओंकार या गुरु का ध्यान करने से आरोग्य एवं रोग प्रतिकारक शक्ति विकसित होती है l
*सुख-शांति व बरकत के उपाय*
तुलसी को रोज जल चढायें तथा गाय के घी का दीपक जलायें |
सुबह बिल्वपत्र पर सफेद चंदन का तिलक लगाकर संकल्प करके शिवलिंग पर अर्पित करें तथा ह्र्द्यपुर्वक प्रार्थना करें |
*पंo वेदान्त अवस्थी*