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आज का पंचांग 10 फरवरी 2025

By Janhit TV

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आज का पञ्चाङ्ग
*दिनांक – 10 फरवरी 2025*
*दिन – सोमवार*
*संवत्सर –काल युक्त*
*विक्रम संवत् – 2081*
*शक संवत – 1946*
*कलि युगाब्द – 5126*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – शिशिर*
*मास – माघ*
*पक्ष – शुक्ल*
*तिथि – त्रयोदशी शाम 06:57 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
*नक्षत्र – पुनर्वसु शाम 06:01 तक, तत्पश्चात पुष्य*
*योग – प्रीति प्रातः 10:27 तक, तत्पश्चात आयुष्मान*
*राहु काल – प्रातः 08:40 से प्रातः 10:05 तक*
*सूर्योदय – 06:28*
*सूर्यास्त – 05:32*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशा शूल – पूर्व दिशा में*
*अग्निवास*
13+02+01=16÷4=00 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
13+13+5=31÷7 =03 वृषारूढ़ा वासे।
*व्रत पर्व विवरण – सर्वार्थसिद्धि योग (शाम 06:01 से प्रातः 07:14 फरवरी 11 तक)*
विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*पढ़ाई में आगे बढ़े विद्यार्थी, ऐसे…*

सभी विद्यार्थी पढ़ाई में आगे बढ़ना चाहते हैं किंतु अनेक विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो मेहनत तो बहुत करते हैं परंतु उनको सफलता नहीं मिलती । यहाँ पर कुछ युक्तियाँ दी जा रही हैं जिनके द्वारा विद्यार्थी सफलता के शिखरों को छू सकते हैं :
(१) आगे रहो । यानी कक्षा में आगे बैठने, शिक्षक की नजरों में रहने से शिक्षक द्वारा बतायी जा रहीं बातों पर ध्यान रहता है और आपसी बातचीत व चंचलता से भी बचे रहते हैं । सभी आगे नहीं बैठ सकते किंतु आगे बढ़ने का दृढ संकल्प तो सभी कर सकते हैं ।
(२) पहले पढ़ के जाना । जो पाठ पढ़ाया जाना है उस विषय को विद्यार्थी पहले ही थोड़ा पढ़ के जायें तो कक्षा में वह जल्दी समझ आ जाता है ।
(३) सूत्रात्मक ढंग से याद करें । महत्त्वपूर्ण अथवा जटिल विषय को बिंदुओं के रूप में (पॉईंट वाइज) याद करने से वह जल्दी याद होता है और लम्बे समय तक स्मृति में रहता है । इस प्रकार लिखने से शिक्षक भी अच्छे अंक देते हैं ।
(४) समझने व ज्ञान के लिए पढ़ें। किसी बात को समझकर उसके बारे में अपनी जानकारी बढ़ाने के लिए पढ़ें, रट्टा लगाकर नहीं । समझकर याद किया हुआ लम्बे समय तक याद रहता है ।
(५) कठिन विषयों को रिकॉर्ड करके सुनें । जो प्रसंग, विषय कठिन लगे उनको अपनी आवाज में रिकॉर्ड करके ध्यान से सुनने से भी जल्दी याद हो जाता है ।
(६) अनजानी बातों को जानी बातों से जोड़कर याद करना । यह भी याद रखने का सुंदर तरीका है ।
(७) सार ग्रहण । विषय के मूल सिद्धांत को या सार बात को ध्यान में रखें ।
(८) ) प्रश्न करें । जो पाठ याद किया है उसके बारे में स्वयं अलग-अलग ढंग से कई प्रश्न बनायें, इससे पाठ सहज में याद रह जाता है ।
(९) लेखन की गति तेज व अक्षरों की बनावट अच्छी हो । इसके लिए लिखने का अभ्यास न छोड़ें । साथ ही पढ़ने की गलि भी बढ़ायें ।
(१०) कठिन लगनेवाले विषय की पुस्तक स्वच्छ कपड़े में लपेटकर तकिये के नीचे रखकर सोयें । इससे भी लाभ होता है ।

(११) पूज्य बापूजी द्वारा बतायी गयीं निम्नलिखित युक्तियाँ विद्यार्थियों के लिए वरदानस्वरूप है :
(क) रात को ७ से ९ के बीच पढ़ाई पूरी करके जल्दी सो जाना और सुबह सूर्योदय से पहले उठना ।
(ख) पढ़ाई के लिए बैठने से पहले अपने सद्‌गुरुदेव तथा विद्या की देवी माँ सरस्वतीजी को प्रणाम करना, प्रार्थना करना ।
(ग) प्रतिदिन कुछ समय आज्ञाचक्र पर ध्यान करना ।
(घ) नियमित रूप से भ्रामरी प्राणायाम, सारस्वत्य मंत्र का जप करना व सूर्य को अर्घ्य देना ।
(ङ) रोज ॐ, दीपक या गुरुदेव के श्रीचित्र पर १०-१५ मिनट त्राटक करना ।
(च) पढ़ते समय जीभ तालू में लगाकर रखना । जिह्वा तालू में लगा के पढ़ें, फिर किताब हटाकर याद करें । यह अति प्रभावशाली तरीका है ।
उपरोक्त बातों को जीवन में लाने से एकाग्रता बढ़ती है, चंचलता दूर होती है और विद्यार्थी पढ़ाई में तो सफल होता ही है, साथ ही ओजस्वी-तेजस्वी होकर परमात्मा को भी पा सकता है । परमात्मा को पाकर २१ पीढ़ियों को तार सकता है व नाम रोशन कर सकता है ।
*पूर्णिमा*
12 फरवरी 2025 दिन बुधवार स्नान दान व्रत पूर्णिमा।
*पंo वेदान्त अवस्थी*

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