आज का पञ्चाङ्ग~
*दिनांक – 19 मई 2025*
*दिन – सोमवार*
*संवत्सर – सिद्धार्थ*
*विक्रम संवत – 2082 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार 2081)*
*शक संवत – 1947*
*कलि युगाब्द – 5127*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – ग्रीष्म ऋतु*
*मास – ज्येष्ठ (गुजरात-महाराष्ट्र वैशाख)*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – षष्ठी सुबह 06:11 तक तत्पश्चात सप्तमी*
*नक्षत्र – श्रवण शाम 07:29 तक तत्पश्चात धनिष्ठा*
*योग – ब्रह्म 20 मई प्रातः 04:36 तक तत्पश्चात इन्द्र*
*राहुकाल – सुबह 07:38 से सुबह 09:17 तक*
*सूर्योदय – 05:21*
*सूर्यास्त – 06:39*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
*दिशाशूल – पूर्व दिशा में*
*अग्निवास
21+02+01=24÷4=02 प्रथ्वी लोक में।
*शिववास*
21+21+5=47÷7 =05 भोजन चैव वासे।
*व्रत पर्व विवरण -*
विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*नौकरी मिलने में समस्या*
जिनको नौकरी नहीं मिलती या मिलती है पर छूट जाती है .. वे लोग शनिवार या मंगलवार या शनिमंगल दोनों दिन पीपल की परिक्रमा करें …हो सके तो अपने हाथ से जल..सादा जल हो उसमें थोड़े काले तिल और एकाध चम्मच गंगा जल डालदें ..वो पीपल में चढ़ा कर जप करते – करते परिक्रमा करें | थोड़ी देर बैठके ध्यान और प्रार्थना करें| आदित्य ह्रदय स्त्रोत्र का पाठ करें | फिर देखो उनकी नौकरी आदि की समस्या कैसे दूर होती है !!
*अचार विशेष*
खट्टे आम का अचार खाने से लीवर खराब होता है | नींबू का आचार खाया जा सकता है ..खट्टे आम का अचार ज्यादा नहीं खाना |
*सौभाग्य और ऐश्वर्य बढ़ाने हेतु*
शुक्रवार के दिन जो लोग अपने जीवन में सुख सौभाग्य और ऐश्वर्य को बढ़ाना चाहे वे शुक्रवार का व्रत करें | व्रत मतलब नमक -मिर्च बिना का भोजन ..खीर आदि खा सकते हैं और जप ज्यादा करें |
*पंचक*
20 मई 2025 सुबह 07:36 बजे से 24 मई 2025 दोपहर 01:48 बजे तक।
*एकादशी*
23 मई 2025 अपरा एकादशी व्रत गृहस्थ।
24 मई 2025 अपरा एकादशी व्रत निम्बा (वैष्णव)।
06 जून 2025 निर्जला एकादशी व्रत गृहस्थ।
07 जून 2025 निर्जला एकादशी व्रत निम्बा (वैष्णव)।
*प्रदोष व्रत*
24 मई 2025 शनिवार प्रदोष व्रत।
25 मई 2025 दिन रविवार मासिक शिव रात्रि।
08 जून 2025 रविवार प्रदोष व्रत।
*पूर्णिमा*
10 जून 2025 दिन मंगलवार व्रत पूर्णिमा ।
11 जून 2025 दिन बुधवार स्नान दान पूर्णिमा।
*अमावस्या*
26 मई 2025 दिन सोमवार वट सावित्री व्रत (बरगदाई)।
सोमवती अमावस्या मान्य नहीं होगी भौमवती मान्य होगी।
27 मई 2025 दिन मंगलवार स्नान दान, श्राद्ध अमावस्या।
*पंo वेदान्त अवस्थी*