आज का पञ्चाङ्ग
*दिनांक – 13 अप्रैल 2025*
*दिन – रविवार*
*संवत्सर –सिद्धार्थ*
*विक्रम संवत् – 2082*
*शक संवत – 1947*
*कलि युगाब्द – 5127*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – बसन्त*
*मास – वैशाख*
*पक्ष – कृष्ण*
*तिथि – प्रतिपदा पूर्ण रात्रि तक*
*नक्षत्र – चित्रा रात्रि 09:11 तक तत्पश्चात् स्वाति*
*योग – हर्षण रात्रि 09:40 तक तत्पश्चात् वज्र*
*राहुकाल – शाम 05:25 से शाम 07:00 तक*
*सूर्योदय – 05:43*
*सूर्यास्त – 06:17*
*दिशा शूल – पश्चिम में*
*अग्निवास*
16+01+01=18÷4=02 पाताल लोक में।
*शिववास*
16+16+5=37÷7 =02 गौरी सन्निधौ वासे।
विशेष – प्रतिपदा को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा, पेठा) न खाएं क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है।
*आज का ग्रुप ज्ञान
“स्वर्ण कितना भी मूल्यवान क्यों ना हो किन्तु सुगंध पुष्प से ही आती है। श्रृंगार के लिये दोनों का ही जीवन में महत्व है।
इसी तरह ज्ञान कितना भी मूल्यवान क्यों ना हो, किन्तु उसकी सुगंध बिना आचरण के नहीं आ सकती।
संग्रह किए हुए ढेर सारे ज्ञान की अपेक्षा आचरण में उतरा हुआ रत्ती भर भी ज्ञान श्रेष्ठ है ……..!!
*पंo वेदान्त अवस्थी