*आज का पञ्चाङ्ग~
*दिनांक – 12 मार्च 2025*
*दिन – बुधवार*
*संवत्सर – काल युक्त*
*विक्रम संवत् – 2081*
*शक संवत –1946*
*कलि युगाब्द – 5126*
*अयन – उत्तरायण*
*ऋतु – शिशिर*
*मास – फाल्गुन*
पक्ष – शुक्ल*
तिथि – त्रयोदशी सुबह 09:11 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
*नक्षत्र – मघा प्रातः 4:05 मार्च 13 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी*
*योग – सुकर्मा दोपहर 01:00 तक, तत्पश्चात धृति*
*राहुकाल- दोपहर 12:49 से दोपहर 02:19 तक*
*सूर्योदय – 06:08*
*सूर्यास्त – 05:52*
स्थानीय समयानुसार राहुकाल सूर्यास्त सूर्योदय समय में अंतर सम्भव है।
दिशा शूल – उत्तर दिशा में*
*अग्निवास*
13+04+01=18÷4=02 पाताल लोक में।
*शिववास*
13+13+5=31÷7 =03 वृषारूढ़ा वासे।
विशेष – चतुर्दशी के दिन स्त्री – सहवास तथा तिल का तेल लगाना व खाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
*प्रकृति अनुसार आहार विहार (1)*
वात प्रकृतिवाले वातवर्धक, पित्त प्रकृतिवाले पित्तवर्धक व कफ प्रकृतिवाले कफवर्धक आहार-विहार से तददोषजन्य रोगों से पीड़ित हो जाते हैं । अतः अपनी प्रकृति के विपरीत गुणवाले आहार-विहार का सेवन करना चाहिए ।
वायुवर्धक पदार्थ : जौ, ज्वार, मक्का, राजमा, मोठ, मसूर, चना, मटर, अरहर, सेम, सरसों, चौलाई, पालक, पत्तागोभी, लौकी, तुरई, टिंडा, ग्वारफली, अरबी, आलू, ककड़ी, तरबूज, जामुन, अमरूद, सिंघाड़ा, नाशपाती, गन्ना, शहद ।
वायुशामक पदार्थः साठी के चावल, गेहूँ, बाजरा, उड़द, कुलथी, तिल, बथुआ, पुनर्नवा, परवल, पोई, कोमल मूली, पेठा, सहजन की फली, जीवन्ती (डोडी), भिंडी, गाजर, शलगम, अखरोट, काजू, बादाम, पिस्ता, चिलगोजा, चिरौंजी, मुनक्का, किशमिश, खजूर, अंजीर, फालसा, बेल, देशी (बीजू) आम, मीठा बेर व अनार, आँवला, बिजौरा नींबू, नारंगी, केला, शहतूत, अंगूर, नारियल, सेव, खरबूजा, सीताफल, लीची, पपीता, इमली, कटहल, लहसुन, प्याज, अदरक, सोंठ, हींग, अजवायन, सौंफ, जीरा, काली मिर्च, मेथी, जायफल, इलायची, दालचीनी, केसर, गुलाब, तिल, सरसों व अरण्डी का तेल, गाय, भैंस व बकरी का दूध, ताजा मीठा दही, छाछ, मक्खन ।
*पूर्णिमा*
14 मार्च 2025 दिन शुक्रवार स्नान दान व्रत पूर्णिमा।
*पंo वेदान्त अवस्थी*