Rewa news: बीहर- बिछिया उफान पर, रीवा शहर के कई मोहल्ले जलमग्न — अगर बारिश नहीं रुकी तो बाढ़ के हवाले होगा रीवा शहर रीवा । दो-तीन दिन से चल रही जिले भर में रुक-रुक कर वारिस से तो किसानों के मुरझाए चेहरों पर खुशियां लौट आई। वही रीवा नगर में बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए। आग लगने लगा है कि अगर इसी तरह बारिश का सिलसिला चलता रहा तो रीवा नगर को बाढ़ से कोई नहीं बचा सकता। नगर के नाले और नालियों में हुए अतिक्रमण के चलते ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। अगर अगर नगर की नालियों व बड़े नालों को सुरक्षित कर छोड़ दिया जाता तो शायद यह स्थिति शहर में ना उत्पन्न होती। बाढ़ जैसे नजारे सामने आने की एक और भी वजह मानी जा रही है वह है नगर निगम की उदासीनता। अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक बसूली तक ही सीमित होकर रह गए हैं। अगर निगम कर्मियों द्वारा शहर की नालियों एवं नालों की सफाई की ओर ध्यान दिया जाता तो बाढ़ जैसी स्थिति का सामना नगर वासियों को ना करना पड़ता। जहां नगर के बड़े नालों की जमीनों पर बहु मंजिला इमारत को अतिक्रमणकारियों ने तान दिया। वही नालियां कचरो से पटी हुई है, जहां से बारिश का पानी निकलना मुश्किल हो रहा है।
हवाई पट्टी से लेकर बीहर बराज और मोहल्ले तक भरा पानी उल्लेखनीय है कि रीवा नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत कल 45 वर्ड आते हैं। जिन में से अधिकांश वार्डो में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। तेज बारिश के चलते जहां हवाई पट्टी में जल भराव हो गया, बिहार बराज पर बने टापू में इको पार्क भी डूबने की कगार पर पहुंच चुका है। साथ ही साथ बांस घाट, झिरिया,पद्मधर कालोनी, पुरानी सब्जी मंडी सहित अन्य मोहल्लों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो चुकी है। अगर रात में तेज बारिश हुई तो इन मोहल्ले में बाढ़ जैसे स्थिति का निवासियों को सामना करना पड़ सकता है। अब तक नगर निगम की बचाव टीम जमीन पर नहीं उतर सकी की जल भराव की स्थिति निर्मित होने से पहले ही बचाव के लिए पहल करें। वहां के अधिकारी व पार्षद गण बाढ़ आने का इंतजार कर रहे हैं ताकि लोगों को परेशान होते देखे।